अफजल गुरू को मिल रहा है नक्सली समर्थन!
- नक्सलियों के एक मुखपत्र के कवर पर अफजल गुरू की तस्वीर मिली है, जिसमे उसे राष्ट्रीयता के लिए संघर्ष करने वाला व्यक्ति बताया गया है।
- मुखपत्र में अफजल गुरू को कश्मीर में आजादी का संघर्ष करने वाला बताया गया, और कहा गया है कि भारत सरकार एक षड़यंत्र के तहत उसको फांसी की सजा दे रही है।
- आईबी का कहना है कि नक्सली, कश्मीरी अलगाववादियों के समर्थन में उतर आए हैं। वे घाटी में अलगाववादियों द्वारा चलाए रहे संघर्ष में मदद कर रहे हैं।
- इसके लिए नक्सलियों ने दिल्ली में अपना अड्डा बनाया है।
- सरकार ने एक बार फिर पाकिस्तान से बातचीत शुरू कर दी है।
- इसका मतलब है कि कश्मीर मसला सुलझाने के लिए घाटी के अलगाववादियों और घुसपैठियों के अलावा एक तीसरे व्यक्ति की भी भूमिका होगी, और वह नक्सली हैं।
- यदि सरकार ने छत्तीसगढ़, आंध्र प्रदेश और झारखंड में नक्सलियों को नियंत्रित नहीं किया, तो वह कश्मीर घाटी में अलगाववादियों को समर्थन दे सकते हैं।
लाल आतंक:-
- एक नक्सल पत्रिका के मुताबिक पिछले साल हुई नक्सली और सुरक्षा बलों की 392 मुठभेड़ में नक्सली 22 एके-47 राइफलें, 123 सेल्फ लोडिंग राइफलें, 303 हल्की मशीन गन और 93 दूसरे हथियार लूट चुके हैं। आईबी के मुताबिक दिल्ली के 25 थाना क्षेत्रों में नक्सली अपनी गतिविधि चला रहे हैं। केंद्र सरकार विभिन्न राज्यों के 630 जिलों में से 220 जिलों को नक्सल प्रभावित घोषित कर चुकी है।
1 comment:
पाकिस्तान समर्थक मुसलिम आतंकवादी व चीन समर्थक माओवादी आतंकवादी एक ही मकसद को लेकर काम कर रहे हैं वो मकसद है भारत को बर्बाद करना ।
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